अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) द्वारा दरों में बढ़ोतरी के संकेत के बाद वैश्विक दरों में गिरावट को देखते हुए भारतीय बाजारों में सो...
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) द्वारा दरों में बढ़ोतरी के संकेत के बाद वैश्विक दरों में गिरावट को देखते हुए भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों ( Gold-Silver Price) में तेजी से गिरावट आई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी वायदा सोने का भाव (Gold) 1.3 फीसदी गिर गया, जबकि मार्च वायदा चांदी की कीमत 1.62 फीसदी टूट गई. वैश्विक बाजारों में सोने ने पिछले सत्र में 1.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जो दो महीनों में सबसे अधिक है. हाजिर सोना आज 0.2 फीसदी गिरकर 1,815.41 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.
फेडर रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने मार्च से ब्याज दरें बढ़ाने संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि दरें बढ़ाने से आर्थिक स्थिति पर असर नहीं होगा. इसके अलावा फेड की बैलेंस शीट घटाने समय सीमा के भी संकेत दिए हैं. फेड फैसले के बाद वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है. घरेलू शेयर बाजार में 1,100 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई है.
सोने-चांदी की कीमत (Gold-Silver Price on 27 January 2022)-
यूएस फेड के फैसले के बाद सोने के भाव में 600 रुपये से ज्यादा गिरावट आई है. एमसीएक्स पर सोना वायदा 1.3 फीसदी यानी 628 रुपये गिरकर 48,223 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. MCX पर चांदी वायदा की कीमत 1,037 रुपये यानी 1.62 फीसदी लुढ़ककर 63,034 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई.
क्यों आई सोने में गिरावट
हायर यील्ड्स और ब्याज दरों में बढ़ोतरी ने ब्याज रहित सोने की की अपील को प्रभावित किया है. अमेरिकी डॉलर से सोना कमजोर हुआ है और फेड के फैसले के बाद बॉन्ड यील्ड में तेजी आई है. फेड ने उम्मीद के मुताबिक मौद्रिक नीति अपरिवर्तित रखी लेकिन फेड चेयरमैन पॉवेल ने मार्च की बैठक में दरों में बढ़ोतरी की संभावना का संकेत दिया. फेड के आक्रामक रुख पर सोना दबाव में रह सकता है.
अन्य कीमती धातुओं में, हाजिर चांदी 0.8% गिरकर 23.30 डॉलर प्रति औंस हो गई, जबकि प्लैटिनम 1% गिरकर 1,021 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.
जियोपॉलिटिकल टेंशन से सोने को सपोर्ट
रूस-यूक्रेन जियोपॉलिटिकल टेंशन ने दुनिया के सबसे बड़े स्वर्ण-समर्थित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट (SPDR Gold Trust) की होल्डिंग के साथ बुधवार को पांच महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई.
कुछ विश्लेषकों का कहना है कि सोना अभी भी मुद्रास्फीति और यूक्रेन पर संभावित रूसी आक्रमण सहित बढ़ते जियोपॉलिटिकल जोखिमों के खिलाफ बचाव के रूप में अच्छा कर सकता है. गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक ने सोने के लिए अपने 12 महीने के आउटलुक को 2,000 डॉलर से बढ़ाकर 2,150 डॉलर प्रति औंस कर दिया.
No comments