आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अपनी करेंसी को लेकर बड़ा निर्णय लिया है. यह फैसला भारत की नोटबंदी से मिलता-जुलता है. मगर, नोटों को बदलने ...
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अपनी करेंसी को लेकर बड़ा निर्णय लिया है. यह फैसला भारत की नोटबंदी से मिलता-जुलता है. मगर, नोटों को बदलने का फैसला बिलकुल अलग तरीके से लागू किया जाएगा. इसका ऐलान अभी से कर दिया गया है ताकि लोगों को इस बारे में जानकारी रहे. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर जमील अहमद ने कहा है कि देश में चल रहे सभी कागज के नोटों को दिसंबर तक पॉलीमर प्लास्टिक नोट से बदल दिया जाएगा. इससे फेक करेंसी की समस्या खत्म हो जाएगी.
नए प्लास्टिक नोट रीडिजाइन होंगे, सुरक्षा फीचर भी बढ़ेंगे
जमील अहमद ने सीनेट की एक कमेटी से कहा कि नए प्लास्टिक नोटों को रीडिजाइन किया जाएगा. साथ ही इसमें सुरक्षा के नए फीचर और होलोग्राम जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि 10 रुपये से लेकर 50, 100, 500, 1000 और 5000 के नए नोट जारी किए जाएंगे. सीनेट कमेटी के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पुराने नोटों को तत्काल नहीं हटाया जाएगा. इन्हें 5 साल तक चलने दिया जाएगा. इसके बाद धीरे-धीरे इन्हें मार्केट से बाहर कर दिया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले 1998 में चलाए थे ऐसे नोट
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर ने बताया कि सेंट्रल बैंक नए पॉलीमर प्लास्टिक बैंक नोट के साथ प्रयोग कर रहा है. इस नोट को जनता को इस्तेमाल करने के लिए दिया जाएगा. अगर सही प्रतिक्रिया आई तो सारे नोट प्लास्टिक के बना दिए जाएंगे. फिलहाल 40 देशों में पॉलीमर प्लास्टिक बैंक नोट इस्तेमाल किए जा रहे हैं. ऐसा कहा जाता है कि इनके नकली नोट बनाना बहुत मुश्किल काम है. ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले 1998 में ऐसे नोट चलाए थे.
भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद भी चलता रहेगा 5000 रुपये का नोट
इसके अलावा जमील अहमद ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान में 5000 रुपये का नोट चलता रहेगा. सेंट्रल बैंक ने इसे बंद करने की कोई योजना नहीं बनाई है. पाकिस्तान में इस बड़े नोट के खिलाफ आवाज उठाई जा रही थी. सीनेट मेंबर मोहम्मद अजीज ने कहा था कि इतने बड़े नोट से भ्रष्टाचार करने में आसानी हो जाती है. मगर, स्टेट बैंक गवर्नर ने कहा कि अभी हमें 5000 रुपये के नोट की जरूरत है.
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