रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों की निजी प्रैक्टिस पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि शास...
रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों की निजी प्रैक्टिस पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि शासकीय चिकित्सकों को नियमानुसार भत्ता भी दिया जा रहा है। इसके बाद भी यदि चिकित्सक नियम विरुद्ध काम करेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जायसवाल ने कहा कि अब शासकीय अस्पतालों से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर करने के लिए ठोस कारण बताना होगा। जरूरत पड़ने पर रेफर करने के कारणों का रिव्यू भी किया जाएगा कि आखिर किन परिस्थितियों में अस्पताल ने मरीज को दूसरे अस्पताल भेजा।
सोमवार को अपने निवास पर मंत्री ने राज्यभर के सीएमएचओ, सीएस, नोडल अधिकारी तथा डीपीएम की वीसी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीन महीने में 500 जन औषधि केंद्र मोदी की गारंटी के अनुरूप खुलेंगे। इससे जनता को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। एक महीने में सभी जिलों में संचालित निजी पैथोलॉजी सेंटरों की सूची तैयार की जाएगी।
इनमें से अनियमित पैथोलॉजी लैब को 1 वर्ष के भीतर नियमितीकरण कराना होगा। यदि इन पैथोलैब के पास वैध दस्तावेज नहीं हैं, तो इन्हें आयुष विश्वविद्यालय से डिप्लोमा का कोर्स करने का मौका दिया जाएगा, ताकि सालभर में नियमित हो जाएं।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सीएमएचओ को निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में पैथोलॉजी लैबों को सुविधायुक्त बनाएं। लैबों में मरीजों को ज्यादा लाभ मिल सके। अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मौसमी बीमारियों पर फोकस करें, ताकि मरीज सतर्क रहें। इसमें एसीएस मनोज पिंगुआ, एमडी एनएचएम जगदीश सोनकर तथा एमडी सीजीएमएमसी पद्मिनी भोई भी शामिल हुईं।
No comments