नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को सुझाव के लिए 1 करोड़ से ज्यादा ईमेल मिले हैं. वहीं, जेपीसी को लिखित सुझाव भी ...
नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को सुझाव के लिए 1 करोड़ से ज्यादा ईमेल मिले हैं. वहीं, जेपीसी को लिखित सुझाव भी मिले हैं. इस बीच जेपीसी के वरिष्ठ सदस्य निशिकांत दुबे ने बुधवार (25 सितंबर) को बड़ा दावा करते हुए इन सुझावों के पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश की ओर इशारा करते हुए समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को पत्र लिखा है.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी जांच करने का अनुरोध किया है. निशिकांत दुबे ने जगदंबिका पाल को लिखे पत्र में आग्रह किया है कि इन गंभीर चिंताओं के मद्देनजर, जेपीसी को मिली सामग्रियों की जांच के लिए गृह मंत्रालय को अनुमति दें.
जाकिर नाइक और आईएसआई का कनेक्शन!
निशिकांत दुबे ने वक्फ संशोधन बिल के लिए आए सुझावों में कट्टरपंथी संगठनों, जाकिर नाइक जैसे व्यक्तियों और आईएसआई और चीन जैसी विदेशी शक्तियों के साथ-साथ उनके प्रॉक्सी की संभावित भूमिकाएं होने का आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी कहा कि पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए गृह मंत्रालय से जांच कराने के बाद जांच की रिपोर्ट को जेपीसी के सामने रखा जाए.
एक रिपोर्ट के अनुसार वक्फ संशोधन बिल को लेकर संयुक्त संसदीय समिति को मिले 1 करोड़ से ज्यादा ईमेल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले रिएक्शन का हिस्सा काफी बड़ा है. ऐसा ही आरोप निशिकांत दुबे ने भी लगाया है. उन्होंने जेपीसी अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि वक्फ संशोधन बिल के लिए आए 1.25 करोड़ सुझावों की भाषा एक जैसी है.
एआई का इस्तेमाल कर भेजे गए एक करोड़ से ज्यादा सुझाव
वक्फ संशोधन बिल पर सुझाव भेजने की समय सीमा बीती 15 सितंबर को खत्म हो चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक ईमेल प्रतिक्रियाओं के अलावा वक्फ संशोधन बिल पर 75,000 से ज्यादा लिखित सुझाव और आपत्तियां भी मिली हैं. अब संयुक्त संसदीय समिति का पैनल अलग-अलग राज्यों का दौरा करेगा. इसके साथ ही स्टेट वक्फ बोर्ड और राज्य अल्पसंख्यक आयोगों से मुलाकात करेगा.
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